एक नज़र में जीआरएसई
जी.आर.एस.ई. रक्षा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के अधीन भारत की एक पोत निर्माण कंपनी है, जो प्राथमिक तौर पर भारतीय नौ सेना तथा भारतीय तटरक्षक की पोत निर्माण संबंधी जरूरतों को पूरा करती है। जी.आर.एस.ई. अपने राजस्व का महत्वपूर्ण अधिकांश भाग पोत निर्माण डिविजन से प्राप्त करती है, जिसने वित्त वर्ष 2018, 2017, 2016 तथा 2015 में क्रमशः 94.14% 90.13% 92.19% एवं 94.76% का योगदान जी.आर.एस.ई. के सकल राजस्व में दिया है। अपनी पोत एवं युद्धपोत निर्माण क्षमता के अतिरिक्त जी.आर.एस.ई. इंजन उत्पादन तथा अन्य इंजीनियरिंग गतिविधियों से भी जुड़ी हुई है। इंजीनियरिंग डिविजन डेक मशीनरी आइटम, पूर्व फ्रेबिकेट किए हुए पोर्टेबल स्टील पुलों तथा मेरीन पंपों का निर्माण करती है।
वर्ष 1943 में, जी.आर.एस.ई. की स्थापना भारतीय कंपनी अधिनियम, 1913 के अधीन हुई थी और बाद में 19 मई 1960 को भारत सरकार द्वारा मैकेनील एण्ड बेरी लिमिटेड से अधिग्रहण किया गया था। वर्ष 1960 में सीपीएसई बनने के बाद जी.आर.एस.ई ने वर्ष 1961 में भारत का पहला देशी युद्धपोत- आई.एन.एस. अजय का निर्माण किया।
पंजीकृत कार्यालय: 43/46 गार्डन रीच रोड, कोलकाता - 700 024, पश्चिम बंगाल, भारत;वेबसाइट: www.grse.in; कॉर्पोरेट पहचान संख्या: U35111WB1934GOI007891
